सेक्स दातपत्य जीवन का एक अहम हिस्सा होता है। बेहतर सेक्स लाईफ के लिए आप बेशक कई कोशिशें करती होंगी लेकिन फिर भी कुछ परेशानियां ऐसी होतीं हैं जो कि सेक्स लाईफ को बुरी तरह प्रभावित करतीं हैं। उसी तरह की समस्याओं में से एक है महिलाओं की योनी में जलन होना। योनी में जलन होने के बहुत सारे कारण हो सकतें हैं और इस समयस्या के चलते ठीक-ठाक स्वस्थ महिला भी सेक्स लाईफ का पूरी तरह आनंद नहीं उठा पाती है। साथ ही पार्टनर को भी इस परेशानी में शामिल होना पड़ता हैं। योनी में जलन होने का एक मुख्य कारण योनी का शुष्कता (सूखापन) होना है। योनी के शुष्क होने के कारण महिलाओं को सेक्स के दौरान बहुत परेशानी होती है और वो अपने पार्टनर का पूरी तरह सहयोग नहीं कर पाती है। यही नहीं कभी-कभी वो सेक्स करने से भी इंकार कर देती हैं। यदि आपको ऐसी परेशानी है तो हम आपके लिए कुछ सुझाव लेकर आयें हैं जिसपर अमल कर आप इस समस्या से कुछ हद तक बच सकतें हैं।
सेंटेड वॉश को दरकिनार करें: जैसा कि सभी जानतें हैं कि सेक्स के दौरान शरीर से आने वाली बेहतर खुश्बू सेक्स के प्लेजर को और भी बढ़ा देती है। इसके लिए कुछ महिलायें सेंटेड वॉश यानी की योनी के आस-पास सेंट का प्रयोग करती हैं। आपको बता दें कि भले ही यह आपके शरीर में खुश्बू का संचार करे लेकिन कभी-कभी यह नुकसानदेह भी होता है। सेंट में एल्कोहल का प्रयोग किया जाता है। जो कि योनी के त्वचा में जलन पैदा करता है। इसके अलावा नहाने के बाद टॉवेल का प्रयोग योनी पर हल्के हाथों से करें। डी हाइड्रेशन से बचें: डी हाइड्रेशन का सीधा मतलब है कि आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं हैं जितना की शरीर को आवयशक्ता है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में पानी न होने के कारण पेशाब का बनना भी कम हो जाता है। जिससे योनी का खुश्क होना सामान्य सी बात है। जिसके कारण योनी में जलन होता है। तो कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पानी पीयें और फ्रूट जूस आदि का सेवन करें। चिकित्सक से सलाह: यदि ऐसे घरेलु नुस्कों के बावजूद भी आपके योनी में जलन की समस्या खत्म नहीं हो रही है तो तत्काल चिकित्सक से इस बारें में परामर्श लेवें। यह कोई बड़ी समस्या नहीं हैं कई बार योनी में किसी तरह संक्रमण हो जाने के कारण भी योनी में जलन की समस्या सामने आती है। जो कि मामूली दवाओं आदि के सेवन से खत्म हो सकती है।
प्यार तो कहीं भी किसी से भी हो सकता है। अगर आप भी ऑफिस में करने लगी हैं अपने कॉलीग से प्यार, तो इसमें कोई बुराई नहीं है, लेकिन जरूरी है ध्यान रखना अपनी लिमिट्स का। साथ ही, ऑफिस पॉलिसी के बारे में भी जानें। ऑफिस में आप दिन के 8-10 घंटे बिताते हैं। जाहिर है कि इस तरह आप एक लंबा समय अपने कॉलीग्स के साथ बिताते हैं। अगर आपकी उनमें से किसी के साथ अच्छी अंडरस्टैंडिंग हो गई है, आप उसे पसंद करने लगे हैं और आपकी फीलिंग्स को सही रिस्पॉन्स भी मिल रहा है, तो आप आगे बढ़ सकते हैं। लेकिन इससे पहले इस मामले में ऑफिस के रूल्स चेक करने की जरूरत है। वर्ना आपको परेशानी भी हो सकती है।
कंपनी पॉलिसी चेक करें
आपको ऑफिस में कोई पसंद आने लगा है और आप उससे रिलेशनशिप बढ़ाना चाहते हैं, तो सबसे पहले यह चेक करें कि आपकी कंपनी ऑफिस रोमांस की इजाजत देती है या नहीं। दरअसल, कई ऑफिस इस तरह की रिलेशनशिप के सपोर्ट में नहीं होते, क्योंकि वह मानकर चलते हैं कि ऐसे रिलेशंस ऑफिस के काम पर असर डालते हैं। अगर आपके ऑफिस में भी कुछ ऐसी ही पॉलिसी रखी गई है, तो आप संबंध आगे बढ़ाने से पहले एक बार एचआर डिपार्टमेंट चेक कर लें। अगर वे इस बात के समर्थन में न हों, तो इस रिलेशनशिप को वहीं रोक दें। ऐसा न करने से आपको जॉब में परेशानी हो सकती है। ऐसी सिचुएशन में अगर आप रिलेशन आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप दोनों में कोई कंपनी बदल ले। कॉलीग्स से न छिपाएंअगर आप ऑफिस में किसी को पसंद करने लगे हैं और उसने भी आपको हां कर दी है, तो कॉलीग्स से ज्यादा छिपाने की कोशिश न करें। दरअसल, यह बात उनसे छिपी नहीं रह सकती। ऐसे में छिपकर मिलने या बात करने से आप उनकी बातों व गॉसिप का निशाना नहीं बनेंगे और सभी के सामने आपस में आराम से बात कर सकेंगे। अगर छुप कर मिलेंगे या बात करेंगे, तो लोग आपको गलत भी समझ सकते हैं।
कंडक्ट का ध्यान रखेंऑफिस रिलेशनशिप में एक बात हमेशा दिमाग में रखें कि आपको ऑफिस कंडक्ट को भूलना नहीं है। माना कि आप प्यार में हैं, लेकिन ऑफिस में होने के दौरान आपको रिलेशनशिप की सीमाएं जरूर पता होनी चाहिए। यहां आपका रिश्ता पूरी तरह प्रफेशनल होना चाहिए। आप भले ही अपने पार्टनर से कॉरिडोर में मिलें, लॉबी में या कैंटीन में, अपने व्यवहार में शालीनता का ध्यान जरूर रखें।
फोन व ई-मेल पर कंट्रोलअपने साथी से बात करने के लिए ऑफिस फोन व ई-मेल का यूज न करें। दरअसल, यह बात न तो आपके बॉस को पसंद आएगी और न ही ऑफिस मैनेजमेंट को कि आप ऑफिस के काम के लिए दी गई इन चीजों का इस्तेमाल अपनी पर्सनल बातचीत के लिए करें। इस तरह की रिलेशनशिप में कई लोग आपस में चैटिंग और फनी ई-मेल एक्सचेंज करने में काफी समय बिताते हैं, जो करियर के लिए गलत साबित हो सकता है।
निक नेम से न बुलाएंआप एक-दूसरे को पसंद करते हैं, इसका मतलब यह नहीं कि आप ऑफिस में अपनी अफेक्शंस एक-दूसरे को दिखाते नजर आएं। एक-दूसरे को इस तरह ट्रीट न करें कि लोग आपको नोटिस करने लगें। मसलन, निक नाम से बुलाना या ज्यादा से ज्यादा समय एक- दूसरे के साथ बैठे रहना जैसी बातों को अवॉइड करें।
फ्री टाइम में बातें करेंअपने पार्टनर से बातें लंच टाइम या फ्री टाइम में ही करें। ऑफिस में काम के बीच-बीच में बातें करने से काम में परेशानी तो आएगी ही, इससे कई दूसरी दिक्कतें भी हो सकती हैं। यही नहीं, इससे आपकी रिलेशनशिप के बारे में कॉलीग्स नेगेटिव बातें करेंगे, जिसका असर आप दोनों पर भी पड़ सकता है।
रिलेशनशिप के दौरान दो लोग आपस में एक-दूसरे से इतना जुड़ जाते हैं कि अलग होना मुश्किल हो जाता है। लेकिन फिर एक दूसरे की कई आदतों के कारण झगड़े होने लगते हैं, जो धीरे-धीरे ब्रेकअप की तरफ ले जाते हैं। ऐसी ही कुछ आदतों पर नजर :ताने : पार्टनर को ताने मारना रिलेशनशिप को कमजोर करता है। खासकर, अगर ये ताने बहस के दौरान या पार्टनर की गलती पर रोज-रोज मारे जाते हैं, तो झगड़ा बढ़ भी जाता है। अगर आपका पार्टनर बहुत पेशेंस वाला है, तो भी इस तरह की बातें रिलेशनशिप में जहर का काम करती हैं। अगर आपका पार्टनर कोई गलती करता है तो उसे गलती का अहसास करवाएं, न कि बार-बार एक ही बात को दोहराते हुए ताने मारें।पास्ट की बातें करना : माना कि साथी ने पास्ट में कुछ ऐसी गलतियां की हैं जो उन्हें नहीं करनी चाहिए थीं। लेकिन बार-बार उसकी बात करके अगर आप उन्हें शर्मिंदा महसूस करवा रही हैं, तो ये आपके रिलेशनशिप के लिए बहुत खतरनाक है। दरअसल इस तरह बार-बार पीछे की गई गलतियों को दोहराना आपके पार्टनर को फ्रस्ट्रेट कर देगा और जिस दिन उनके सब्र का बांध टूटेगा, उस दिन आपके संबंधों के बीच ऐसी दरार आएगी जिसकी भरपाई नहीं की जा सकेगी। इसलिए अपने पार्टनर की पिछली गलतियों पर बात करने से बचें।कम बातचीत : अगर आप अपने पार्टनर को अपने दिल की पूरी बात नहीं बता रही हैं, तो ये उम्मीद भी न करें कि वो आपसे सभी बात शेयर करेंगे। दरअसल सभी मुद्दों पर खुल कर शांत दिमाग से बात न करना या कम बात करना आपस में दूरियां बढ़ाता है। हालांकि जरूरी नहीं कि जिस विषय़ पर आप पार्टनर से बात कर रही हैं, उसका समाधान अभी होना चाहिए, लेकिन खुल कर बात करनी जरूरी है। अगर आप लोग रोजाना एक दूसरे से बातचीत नहीं करेंगे तो इसका सीधा असर आपकी रिलेशनशिप पर पड़ेगा। इसके अलावा अपने पार्टनर की आधी बात सुनना या उन्हें बार-बार अनसुना करना भी रिलेशनशिप में दूरियां बढ़ाता है।अपने एक्स के बारे में बात करना : शादी से पहले वाली आपकी रिलेशनशिप के बारे में आपके पति को पता है तो ये अच्छी बात है। हालांकि अगर आप रोज उन्हें अपने एक्स बॉयफ्रेंड की क्वॉलिटी गिनवाएंगी, या जिक्र करेंगी तो इससे पति को इरिटेशन होगा जिस वजह से आप दोनों के बीच झगड़ा बढ़ेगा।
अक्सर ये देखने में आता है कि लोग ये नहीं समझ पाते कि वो अपने रिश्ते कहां से और कैसे शुरू करें, जब उनके बीच उम्र का काफी फासला हो। अगर उम्र के बीच पांच साल से ज्यादा का अंतर हो, तो ऐसे में पुरूषों को कुछ खास बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि इस रिश्ते को ज्यादा से ज्यादा हेल्दी बनाए रखा जा सके।1. उसके साथ समान व्यवहार करेंबहुत हद तक संभव है, कि आपकी अधिक उम्र के कारण आपके ज्ञान और अनुभव ने जिंदगी के विषय में ज्यादा गहरी समझ पैदा की हो और कई मामलों में आप ज्यादा सटीक राय रखते हों। लेकिन यहीं पर सबसे ज्यादा गलतियां होने की संभावना भी होती है। इस दौरान आपका व्यवहार बिल्कुल भी ऐसा नहीं होना चाहिए जिससे आपके पार्टनर को हीनता का अहसास हो। डेटिंग एक्सपर्ट कहते हैं, कि यंग गर्ल्स भले ही भोली हों, लेकिन उन्हें मूर्ख समझने की गलती बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। उनके साथ कोई भी असमान व्यवहार पूरे मामले को खराब कर सकता है। यहां दोनों के बीच आपसी समझ और सम्मान का भाव होना चाहिए।2. पैसों पर कभी न इतराएंउम्र में बड़ा होने के चलते आपकी वित्तीय स्थिति भी तुलनात्मक रूप से कुछ अच्छी होगी। लेकिन इस पर इतराना आपके रिश्ते के लिए बेहद खराब साबित हो सकता है। कई बार जरूर आप अपने पैसों के दम पर अपना प्रभाव डालने में सफल हो जाते हैं, विशेषकर कॉलेज गोइंग पार्टनर्स के साथ। लेकिन जब आप खर्चे घटाते हैं, या रोकते हैं, तो इसे आपके प्यार में कमी से जोड़कर देखा जाने लगता है। डेटिंग एक्सपर्ट्स का कहना है, कि खर्चों के मामले में संतुलन की स्थिति होनी चाहिए।3. न छिपाएं पिछले रिश्तों कोअगर आप इससे पहले किसी और रिलेशनशिप में रह चुके हैं, तो ये आपकी जिम्मेदारी है, कि आप अपने अतीत से फिर चाहे वो तलाक हो, ब्रेक-अप या लिव-इन रिलेशनशिप हो, अपने पार्टनर को जरूर रूबरू कराएं। क्योंकि आपकी स्वीकारोक्ति आपको परिपक्व और सुलझी हुई सोच का इंसान साबित करेगी। हां अगर ये तुरंत संभव नहीं है, तो इसके लिए कुछ समय भी लिया जा सकता है, लेकिन इससे पहले कि आपके अतीत की आंच इस रिश्ते पर भी आने लगे।4. दखल देने से बचेंअगर आप डेटिंग कर रहे हैं, तो संभव है कि आपको ये लगता हो कि उम्र का फासला कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है। लेकिन वास्तविकता यही है कि इन मामलों में जेनरेशन गैप जैसी जटिल समस्या का सामना करना पड़ता है। आपकी पार्टनर की सोच, उसकी जीवनशैली निश्चित रूप से अगली पीढ़ी की होगी। ऐसे में उसे उसकी तरह जिंदगी को जीने की छूट होनी चाहिए। जहां तक संभव हो आपको उसमें दखलंदाजी से बचना चाहिए और उसके पलों को एंज्वॉय करना चाहिए। इससे न सिर्फ आप टकराव की स्थिति से बच सकेंगे बल्कि आप भी खुद को कुछ यंग महसूस करेंगे।5. उसकी सोशल गैदरिंग को भी स्वीकारें 20 की उम्र में क्लबिंग, 30 के दौर में पब और अब 40 की उम्र में हो सकता है, आप गंभीरता की चादर में सिमटने लगे हों, और आपका दायरा स्लो म्यूजिक, अखबारों और खबरों तक ही बंध कर रह गया हो। लेकिन जब आप एक यंग पार्टनर के साथ डेटिंग करते हैं, तो निश्चित रूप से आपको दोबारा क्लबिंग करना या पब में जाना थोड़ा अटपटा लग सकता है। इसके साथ ही आपके पार्टनर की सोशल गैदरिंग जिसमें ज्यादातर उसके हमउम्र चेहरे ही हों, उसके साथ तालमेल बिठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़े। ऐसे में बहुत हद तक संभव है कि आप अपने यंग पार्टनर को अपनी सोशल गैदरिंग में ही रखने की कोशिश करने लगें, या उस पर इसके लिए दबाव बनाना शुरू कर दें। अगर ऐसा होता है, तो ये एक बड़ी गलती होगी और इससे बचना चाहिए। आपके पार्टनर की सोशल गैदरिंग को भी समान अहमियत दी जानी चाहिए।6. आखिरी फैसले से पहले समय देंअगर आपके रिश्ते अब एक गंभीर मोड़ पर पहुंच गए हैं, तो संभव है कि आप एक साथ आने के लिए आखिरी फैसला लेना चाह रहे हों। लेकिन यह भी याद रखना होगा कि आपका पार्टनर उम्र में आपसे कम है। ऐसे में हो सकता है कि एक स्थायी रिश्ते में आने से पहले उसे कुछ और समय की जरूरत हो या इससे पहले वो अपनी इंडिपेंडेंट लाइफ को कुछ और जीने की तमन्ना रखती हों। ऐसा न हो पाने की स्थिति में अक्सर देखा गया है, कि यंग पार्टनर को हमेशा ऐसा लगता है कि वो कुछ पीछे छोड़ आई हैं। कम उम्र और अनुभव का अभाव हो सकता है कि समय के साथ आपके यंग पार्टनर की सोच में बदलाव ला दे। बाद में उसे इस बात का अहसास बना रहे कि कुछ दिन, महीने या साल पहले उसने जो फैसला किया था, उसकी वर्तमान सोच से मेल नहीं खाता है और उसे और सोचना चाहिए था। जो निश्चित तौर पर एक हेल्दी रिलेशनशिप की बुनियाद के लिए अच्छा नहीं है।
कौन कहता है कि प्यार के लिए पैसे की जरूरत होती है। प्यार के लिए तो एक-दूसरे के साथ होने का अहसास ही सबसे जरूरी है। साथ घूमना, लंबी सैर, डिनर, पिकनिक और सांस्कृतिक पर्व आदि कई ऐसे तरीके हैं जो आपके रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं। अच्छी बात तो यह है कि इन तरीकों से प्यार जताने में ज्यादा पैसे भी खर्च नहीं होते। एक वेबसाइट के डेटिंग विशेषज्ञों का मानना है कि पैसे की तंगी झेल रहे दंपतियों के लिए ये तरीके बेहद सहायक साबित होते हैं। चलिए, हम भी जानने की कोशिश करते हैं कि आखिर कैसे बिना पैसे के पति-पत्नी आपस में क्वॉलिटी वक्त बिताकर एक दूसरे को खुश रख सकते हैं :डिनर और पिकनिक : अब आपसे यह किसने कह दिया कि साथ डिनर करने का मतलब किसी महंगे रेस्तरां में कैंडल लाइट डिनर करना ही होता है। अगर आप साथ अच्छा वक्त बिताना चाहते हैं तो किसी सामान्य रेस्तरां या फिर घर पर ही रूमानी माहौल बनाकर साथ खाना खाया जा सकता है। आप चाहें तो पास के किसी पार्क में पिकनिक मनाने भी जा सकते हैं। यह डेटिंग का सस्ता और अच्छा तरीका है। याद रखिए जरूरी बात साथ वक्त बिताना है न कि महंगी जगह पर जाना। अपनी इस आउटिंग में आप करीबी दोस्तों को भी शामिल कर सकते हैं।साथ मनाएं त्योहार : त्योहार साथ मनाइए। साथ त्योहार मनाने से आपसी प्यार बहुत मजबूत होता है। साथ वक्त बिताते हैं और त्योहार के कामों में हाथ बंटाने से काफी मदद मिलती है।रोमांटिक बाइक राइड : एक मोटरसाइकल कंपनी के विज्ञापन में एक कपल मोटरसाइकल पर अपने खोए रोमांस को दोबारा पाता नजर आता है। याद कीजिए, कैसे रिश्ते की शुरुआत में आपकी पार्टनर रोमांटिक अंदाज में आपको पीछे से पकड़कर बैठ जाती थी। अब भी जब वक्त मिले तो ऐसा जरूर करें। शहर के भीड़-भाड़ वाले माहौल से दूर, किसी सड़क पर यूं जाना आपके प्यार को तो मजबूत करेगा ही साथ ही आपके दिलोदिमाग को भी सकून देगा।
पति का नाराज होना कोई नई बात नहीं है लेकिन अब उनकी नाराजगी दूर करना मुश्किल नहीं होगा। हम आपको बता रहे हैं उनकी नाराजगी दूर करने के सिंपल लेकिन खास तरीके : 1) दोस्तों से अच्छा व्यवहाररिसर्च के अनुसार ज्यादातर पुरुषों को अच्छा लगता है जब उनकी पत्नी उनके दोस्तों से अच्छा व्यवहार करती है। इसके लिए आपको कुछ खास नहीं करना, बस अच्छे से बात करनी है और उनकी थोड़ी सी खातिरदारी करनी है। इतने भर से पति खुश हो जाते हैं, तो सौदा कोई बुरा तो नहीं है न! 2) सरप्राइजसरप्राइज सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, बल्कि पुरुषों को भी खुश करते हैं। पुरुषों को खुश करने के लिए महंगे गिफ्ट्स की जरूरत नहीं होती। गुलाब का एक फूल, आपकी तरफ से डिनर या किसी दिन यूं ही उनके फेवरिट फूड से भी आप उनको सरप्राइज दे सकती हैं। 3) पैरंट्स को रिस्पेक्टअपने पैरंट्स को लेकर पुरुष बहुत सिंसियर रहते हैं। तो बस आप उनके पैरंट्स को खुश करके भी उन्हें अपने करीब ला सकती हैं। इस तरह आप अच्छी बहू भी बन जाएंगी और पति का प्यार भी पाएंगी। 4) मेकओवरमेकओवर आखिर किस महिला को पसंद नहीं होगा लेकिन इसके साथ अगर पति भी खुश हो जाए तो कहने ही क्या! आपका नया खूबसूरत लुक देखकर वह एक बार फिर आप पर फिदा हो जाएंगे। 5) रिश्तेदारों का दें रिस्पेक्टअगर आप अपने पति के रिश्तेदारों को रिस्पेक्ट देंगी, तो इससे उनकी रिस्पेक्ट भी बढ़ेगी जिससे पति खुश होंगे। आपकी ननद हो या देवर, चाचा ससुर हों या मामा ससुर, सभी को रिस्पेक्ट दें और फिर देखें, सिर्फ रिलेटिव्स से ही नहीं, बल्कि पति से भी आपका रिश्ता कितना मीठा हो जाएगा।
सुहागरात एक ऐसा शब्द है जिसके बारे में सोचना आप उस उम्र से ही शुरू कर देते हैं जिस उम्र में इन बातों के लिए पहले-पहल आपकी कच्ची समझ पकने लगती है। ऐसा नहीं कि सुहागरात के बारे में आने वाला हर ख़्याल आपको गुदगुदाता ही हो। कई बार, बल्कि ज़्यादातर, इसका एहसास लोगों को डराता है।लड़के अलग डर से डरते हैं, और लड़कियां किसी और किस्म की फ़िक्र में पड़ी रहती हैं। हमारी सलाह यह है कि सुहागरात के दरवाज़े पर दस्तक देते वक़्त आपकी तैयारी हर हाल में पूरी होनी चाहिए। यकीनन इन तैयारियों के लिए खुद को दिमागी तौर पर तैयार करना भी बेहद जरूरी है।शादी अगर आपकी मर्ज़ी से न होकर पारंपरिक शैली में, यानी अरेंज्ड् तरीके से होती है तो चिंताएं अपने-आप बेहद बड़ी सी लगने लगती हैं। कई ग़लतफहमियां, भ्रांतियां, अंधविश्वास तो अपनी जगह हैं ही, एक परेशानी जो असल में सबसे गंभीर है वह है सुनी-सुनाई बातों और सलाहों का दौर। लोग आपको कभी आपको खुद के अनुभवों के आधार पर डराएंगे, तो कभी अपने आधे-अधूरे नीम हक़ीम ज्ञान के सहारे आपके सुहागरात की नैया पार कराने के नुस्ख़े थमाएंगे।अरेंज्ड् शादी में क्योंकि परिवार की शिरक़त और भूमिका बहुत ज़्यादा होती है इसलिए स्वाभाविक तौर पर उम्मीदें भी उसी अनुपात में होती हैं। अब इसे इन्हीं उम्मीदों का दिमागी असर कह लें, लेकिन सच यही है कि सुहागरात से जुड़ी अफ़वाहें लोगों को कई-कई रात जगा कर रखती हैं। आपकी सुविधा के लिए हम आज आपके लिए एक ऐसी लिस्ट लेकर आए हैं जो सुहागरात से जुड़ी आपकी दिमागी और ज़िस्मानी परेशानी को बहुत कम कर देगी-1.) सुहागरात में पूर्ण संतुष्टि के सपने मत देखिए:मुआफ़ कीजिए, शादी एक दिन के लिए नहीं करने जा रहे हैं आप। आप दोनों शादी की कई दर्जन रस्मों के बाद बेहद थक जाएंगे। बेहतर होगा कि आप एक-दूसरे को कम-से-कम एक दिन का वक़्त दें और सुहागरात का मौका एक-दूसरे को जानने में बिताएं। अगर आप दोनों इसी मौके पर पूर्ण संतुष्टि हासिल कर लेते हैं तो यकीनन बहुत अच्छा होगा, लेकिन अगर ऐसा नहीं हो सके तो झेंपने की कोई जरूरत नहीं है। आपके आगे पूरी ज़िंदगी पड़ी है। सेक्स के नुस्खे हमें विरासत में नहीं मिलते। यह एक ऐसी समझ है जो खुद बनती है। आप समय के साथ बेहतर होते जाते हैं।2.) बेहतर होगा कि आप एक-दूसरे पर ऑर्गेज्म का दबाव न बनाएं: सुहागरात के दिन ही ऑर्गेज्म की इच्छा करना एक-दूसरे पर बेमतलब दबाव बनाना है। यह दबाव लंबे समय तक आपके रिश्ते को अपने चंगुल में दबोचे रहेगा। ऑर्गेज्म एक-दो दिन में नहीं हासिल होता। एक-दूसरे के लिए प्यार महसूस करने और एक-दूसरे के लिए समझ बनने के बाद आप अपने पार्टनर के जितना करीब आते जाते हैं, उतना ही आपके ऑर्गेज्म का एहसास बेहतर होता जाता है। बिस्तर पर एक-दूसरे के पूरक बनने की कोशिश करनी चाहिए। अपने पार्टनर के मूड की समझ आपको उसके शरीर और मन दोनों के और भी करीब ले जाएगी।3.) ऑर्गेज्म का झूठा दिखावा न करें: एक साथ प्यार से जीवन बिताने के लिए एक-दूसरे के साथ ईमानदारी जरूरी है। ईमानदारी बिस्तर भी उतनी ही अहम है, जितनी अहम जिंदगी के किसी भी और मौके पर है। आर्गेज्म हासिल कर लेने का झूठा दिखावा न केवल आपके पार्टनर, बल्कि आपके खुद की संतुष्टि पर भी असर दिखाएगा। झूठ से बेहतर होगा कि आप अपने पार्टनर से अपनी जिज्ञासओं, इच्छाओं और मूड के विषय में ईमानदारी से बात करें। उसकी भी सुनें। इसका असर यह होगा कि अगली बार से ऑर्गेज्म का दिखावा करने की नौबत ही नहीं आएगी। आप एक-दूसरे को इतना समझ चुके होंगे कि खुद-ब-खुद भरपूर संतुष्टि महसूस करेंगे।4.) सेक्स से जुड़ी बातें करना जरूरी नहीं:सुहागरात आप दोनों के एकांत का पहला अध्ययाय है। ऐसी कई रातें आनी बांकि हैं। जरूरी नहीं कि आप सेक्स से जुड़ी बातें करें। एक-दूसरे को समझने और खुलने की कोशिश कीजिए। जरूरी है कि आप दोनों के बीच के अजनबीपन की झिझक दूर हो जाए और पति-पत्नी के बेहद निजी-सुलझे हुए साथ का सफर शुरू हो। अगर आप सेक्स की बातें सुहागरात पर नहीं करते तो इसका यह मतलब कतई नहीं है कि आपकी आने वाली शारीरिक नजदीकी और सेक्स में किसी किस्म की कमी रह जाएगी। एक-दूसरे के साथ का लुत्फ़ उठाने की कोशिश कीजिए। याद रखिए, सेक्स आपके आने वाली पूरी जिंदगी का हिस्सा है लेकिन सुहागरात एक बार ही आती है। इस दिन को हमेशा-हमेशा के लिए यादगार बनाने के लिए जरूरी है कि आपके पास इस दिन से जुड़ी कई खूबसूरत यादें हों।5.) पहल कोई भी कर सकता है: आमतौर पर लोगों का मानना है कि पहल पुरुष को ही करनी चाहिए। इस प्रचलित सोच का असर यह होता है कि पुरुष पर बेमतलब का दबाव बन जाता है। याद रखिए, आगे की पूरी जिंदगी आप दोनों को साथ बितानी है। किसी भी तरह की हिचक या बनावटीपन के लिए आपके रिश्ते में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। दोनों में जिसे भी प्यार और नजदीकी का एहसास पहले हो, पहल उसी को करनी चाहिए। आपका एहसास आपके पार्टनर को न केवल आपकी भावनाओं का, बल्कि आपकी ईमानदारी का भी यकीन दिलाएगा। यह यकीन आने वाली आपकी पूरी जिंदगी को भीनी-भीनी खुशबू से भर सकता है।उम्मीद है कि हमारी सलाह आपकी शादीशुदा जिंदगी के आगाज़ को एक रोमांटिक एहसास से भर देगी। हम चाहते हैं कि हमारी सलाह से न केवल आपकी सुहागरात, बल्कि आप दोनों की पूरी सेक्स लाइफ बेहद खूबसूरत बन जाए।