अक्सर ये देखने में आता है कि लोग ये नहीं समझ पाते कि वो अपने रिश्ते कहां से और कैसे शुरू करें, जब उनके बीच उम्र का काफी फासला हो। अगर उम्र के बीच पांच साल से ज्यादा का अंतर हो, तो ऐसे में पुरूषों को कुछ खास बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि इस रिश्ते को ज्यादा से ज्यादा हेल्दी बनाए रखा जा सके।
1. उसके साथ समान व्यवहार करें
बहुत हद तक संभव है, कि आपकी अधिक उम्र के कारण आपके ज्ञान और अनुभव ने जिंदगी के विषय में ज्यादा गहरी समझ पैदा की हो और कई मामलों में आप ज्यादा सटीक राय रखते हों। लेकिन यहीं पर सबसे ज्यादा गलतियां होने की संभावना भी होती है। इस दौरान आपका व्यवहार बिल्कुल भी ऐसा नहीं होना चाहिए जिससे आपके पार्टनर को हीनता का अहसास हो। डेटिंग एक्सपर्ट कहते हैं, कि यंग गर्ल्स भले ही भोली हों, लेकिन उन्हें मूर्ख समझने की गलती बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। उनके साथ कोई भी असमान व्यवहार पूरे मामले को खराब कर सकता है। यहां दोनों के बीच आपसी समझ और सम्मान का भाव होना चाहिए।
2. पैसों पर कभी न इतराएं
उम्र में बड़ा होने के चलते आपकी वित्तीय स्थिति भी तुलनात्मक रूप से कुछ अच्छी होगी। लेकिन इस पर इतराना आपके रिश्ते के लिए बेहद खराब साबित हो सकता है। कई बार जरूर आप अपने पैसों के दम पर अपना प्रभाव डालने में सफल हो जाते हैं, विशेषकर कॉलेज गोइंग पार्टनर्स के साथ। लेकिन जब आप खर्चे घटाते हैं, या रोकते हैं, तो इसे आपके प्यार में कमी से जोड़कर देखा जाने लगता है। डेटिंग एक्सपर्ट्स का कहना है, कि खर्चों के मामले में संतुलन की स्थिति होनी चाहिए।
3. न छिपाएं पिछले रिश्तों को
अगर आप इससे पहले किसी और रिलेशनशिप में रह चुके हैं, तो ये आपकी जिम्मेदारी है, कि आप अपने अतीत से फिर चाहे वो तलाक हो, ब्रेक-अप या लिव-इन रिलेशनशिप हो, अपने पार्टनर को जरूर रूबरू कराएं। क्योंकि आपकी स्वीकारोक्ति आपको परिपक्व और सुलझी हुई सोच का इंसान साबित करेगी। हां अगर ये तुरंत संभव नहीं है, तो इसके लिए कुछ समय भी लिया जा सकता है, लेकिन इससे पहले कि आपके अतीत की आंच इस रिश्ते पर भी आने लगे।
4. दखल देने से बचें
अगर आप डेटिंग कर रहे हैं, तो संभव है कि आपको ये लगता हो कि उम्र का फासला कोई बहुत बड़ा मुद्दा नहीं है। लेकिन वास्तविकता यही है कि इन मामलों में जेनरेशन गैप जैसी जटिल समस्या का सामना करना पड़ता है। आपकी पार्टनर की सोच, उसकी जीवनशैली निश्चित रूप से अगली पीढ़ी की होगी। ऐसे में उसे उसकी तरह जिंदगी को जीने की छूट होनी चाहिए। जहां तक संभव हो आपको उसमें दखलंदाजी से बचना चाहिए और उसके पलों को एंज्वॉय करना चाहिए। इससे न सिर्फ आप टकराव की स्थिति से बच सकेंगे बल्कि आप भी खुद को कुछ यंग महसूस करेंगे।
5. उसकी सोशल गैदरिंग को भी स्वीकारें
20 की उम्र में क्लबिंग, 30 के दौर में पब और अब 40 की उम्र में हो सकता है, आप गंभीरता की चादर में सिमटने लगे हों, और आपका दायरा स्लो म्यूजिक, अखबारों और खबरों तक ही बंध कर रह गया हो। लेकिन जब आप एक यंग पार्टनर के साथ डेटिंग करते हैं, तो निश्चित रूप से आपको दोबारा क्लबिंग करना या पब में जाना थोड़ा अटपटा लग सकता है। इसके साथ ही आपके पार्टनर की सोशल गैदरिंग जिसमें ज्यादातर उसके हमउम्र चेहरे ही हों, उसके साथ तालमेल बिठाने में दिक्कतों का सामना करना पड़े। ऐसे में बहुत हद तक संभव है कि आप अपने यंग पार्टनर को अपनी सोशल गैदरिंग में ही रखने की कोशिश करने लगें, या उस पर इसके लिए दबाव बनाना शुरू कर दें। अगर ऐसा होता है, तो ये एक बड़ी गलती होगी और इससे बचना चाहिए। आपके पार्टनर की सोशल गैदरिंग को भी समान अहमियत दी जानी चाहिए।
6. आखिरी फैसले से पहले समय दें
अगर आपके रिश्ते अब एक गंभीर मोड़ पर पहुंच गए हैं, तो संभव है कि आप एक साथ आने के लिए आखिरी फैसला लेना चाह रहे हों। लेकिन यह भी याद रखना होगा कि आपका पार्टनर उम्र में आपसे कम है। ऐसे में हो सकता है कि एक स्थायी रिश्ते में आने से पहले उसे कुछ और समय की जरूरत हो या इससे पहले वो अपनी इंडिपेंडेंट लाइफ को कुछ और जीने की तमन्ना रखती हों। ऐसा न हो पाने की स्थिति में अक्सर देखा गया है, कि यंग पार्टनर को हमेशा ऐसा लगता है कि वो कुछ पीछे छोड़ आई हैं। कम उम्र और अनुभव का अभाव हो सकता है कि समय के साथ आपके यंग पार्टनर की सोच में बदलाव ला दे। बाद में उसे इस बात का अहसास बना रहे कि कुछ दिन, महीने या साल पहले उसने जो फैसला किया था, उसकी वर्तमान सोच से मेल नहीं खाता है और उसे और सोचना चाहिए था। जो निश्चित तौर पर एक हेल्दी रिलेशनशिप की बुनियाद के लिए अच्छा नहीं है।
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